ANDROID Ke Baare Mein 10 Ayesi Khaas Baatein Jo Aap Nahi Jaante

एंड्रॉयड के बारे में 10 ऐसी खास बातें जो आपको यकीनन नहीं पता होंगी


स्मार्टफोन के क्षेत्र में क्रांति गूगल के एंड्राइड के आने बाद हुई. आज विश्व में एंड्राइड विश्व में सबसे ज्यादा यूज़ होने वाला ऑपरेटिंग सिस्टम है. एंड्राइड एक लुनिक्स बेस्ड ऑपरेटिंग सिस्टम है. ये कहना गलत नहीं होगा की एंड्राइड ने मार्केट को डोमिनेट कर रखा है. लेकिन एंड्राइड की कुछ ऐसी बातें जो शायद आपको पता नहीं होंगी.

1). गूगल ने नहीं बनाया था एंड्राइड को

जी हाँ एंड्रॉइड को एंडी रुबिन, क्रिस वाइट, निक सीर्स और रिच मिनर ने थे अम्ब्रेला एंड्राइड कंपनी के लिए बनाया था जिसे 2005 में गूगल ने 50 मिलियन डॉलरमें खरीद लिया था.

2). 2007 में हुआ लॉन्च 

गूगल ने ऑफिशली एंड्राइड को नवेम्बर 2007 को लॉन्च किया। गूगल ने इसमें मोबाइल फ़ोन के यूज़ को ले कर कुछ खास फीचर ऐड किये और फिर इसको मार्किट में उतर दिया.

3). एंड्राइड बना था डिजिटल कैमरा के लिए
एंड्रॉयड को डिजिटल कैमरा के बनाया गया था पर गूगल ने मोबाइल फ़ोन मार्किट की डिमांड को देखते हुए इसमें कुछ अहम बदलाव कर के इसे मोबाइल फोन के लिए मार्किट में उतार दिया. एंड्राइड स्मार्ट फ़ोन्स के लिए रेवोल्यूशन साबित हुआ, इसे सभी लोगो ने स्वीकार किया और ये इजी अवेलेबल भी था।

4).पहला एंड्राइड फ़ोन- एचटीसी ड्रीम

एचटीसी ड्रीम पहला एंड्राइड स्मार्ट फ़ोन था. एचटीसी ड्रीम को ऑक्टोम्बर 2008 को लॉन्च किया गया था। फ़ोन में लिनक्स बेस्ड एंड्राइड सिस्टम थी। उसमे एंड्राइड का 1.0 वर्ज़न था जो 1.9 में अपडेट हो सकता था.मार्किट में इसकी टक्कर नोकिया के सिम्बियन ऑपरेटिंग सिस्टम से थी.

5). एंड्राइड के 1 बिलियन से ज्यादा यूज़र्स

गूगल के सीईओ सुन्दर पिचाई ने कहा की 190 कन्ट्री में 1 बिलियन से ज्यादा यूजर है। ये किसी भी स्मार्टफोन्स में सबसे ज्यादा इनस्टॉल होने वाला प्लेटफार्म है जो प्रति दिन मिलियन यूजर के साथ बढ़ता जा रहा है।

6). एंड्राइड ओएस के नाम

एंड्राइड वर्ज़न में 1.0 और 1.1 को बाद कर दिया जाये तो सभी नाम स्वीट और डेजर्ट पर से रखे जाते है।
कपकेक: एंड्राइड1.5
डोनट: एंड्राइड 1.6
एक्लेयर: एंड्राइड 2.0 एंड्राइड 2.1
फ्रोयो: एंड्राइड 2.2
जिंजरब्रेड: एंड्राइड 2.3
हनीकांब: एंड्राइड 3.0 एंड्राइड 3.1 एंड्राइड 3.2
आइसक्रीम सैंडविच: एंड्राइड 4.0
जेली बीन: एंड्राइड 4.1 एंड्राइड 4.2 एंड्राइड 4.3
किटकैट: एंड्राइड 4.4
लोलीपोप : एंड्राइड 5.0 एंड्राइड 5.1
मार्शमैलौ एंड्राइड 6.0
नॉगट: एंड्रॉयड 7.0

7). एंड्रॉयड नाम अल्फाबेटिकली

एंड्राइड वर्ज़न को अल्फाबेटिकली ऑर्डर में नाम रखे गए है। और उसके अपडेट को भी ऐसे ही रखा गया है।
1. A for एस्ट्रो (1.0)
2. B for बेंडर (1.1)
3. C for कपकेक (1.5)
4. D for डोनट (1.6)
5. E for एक्लेयर (2.0)
6. F for फ्रोयो (2.2.x)
7. G for जिंजरब्रेड (2.3.x)
8. H for हनीकांब (3.x)
9. I for आइसक्रीम सैंडविच (4.0.x)
10. J for जेलीबीन (4.3)
11. K for किटकैट(4.4)
12. L for लोलीपोप (5.0)
13. M for मार्शमैलौ (6.0)
14. N for नॉगट (7.0)

8).ओपन सोर्स मार्केट

गूगल ओपन हैंडसेट अलायन्स के तहत यूजर और इंटरेस्टेड पार्टी को ऑपरेटिंग सिस्टम के सोर्स कोड को मॉडिफाई करने की सुविधा देता है. ये प्लेटफार्म डेवलोपर कम्युनिटी के लिए इनोवेटिव ऍप्लिकेशन्स तैयार करने लिए लगातार प्रोत्साहित करता है. ये यूज़र्स और स्मार्टफोन्स मन्युफॅकचर्स को ऑपरेटिंग सिस्टम में फ्लेक्सिबिलटी भी प्रदान करता है.

9). एंड्राइड ओपन सोर्स

गूगल स्मार्टफोन मेकर्स को इस ऑपरेटिंग सिस्टम के लिए बिना पेमेंट के लाइसेंस देता है, ये मोबाइल निर्माताओ के लिए बडे फयदा की बात है इससे एंड्राइड यूजर को एक आसान बजट के साथ एक बेहतरीन स्मार्टफ़ोन प्राप्त होता है.

10). कैसे कमाता है गूगल
गूगल स्मार्टफोन मैन्युफेक्चरिंग को एंड्राइड ओपन सोर्स प्रदान करता है इसलिए गूगल का लक्ष्य मोबाइल विज्ञापन के क्षेत्र में टॉप पर रहना है. गूगल सबसे ज्यादा कमाई विज्ञापन के जरिये कमाता है। गूगल ने ओएस और विज्ञापन में मार्केट को डोमिनेट कर रखा है ।

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