Sim Card Me Hota Hai Gold, Ayese Nikale
आपके स्मार्टफ़ोन के सिम में छिपा है सोना, ये है निकालने का तरीका
बात सुनने में भले ही अजीब लगे पर सिम से सोना निकलने का वीडियो कई दिनों से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इस वीडियो में बताया गया है कि कैसे आप सिम से सोना निकाल सकते हैं. मोबाइल सिम जब पुरानी हो जाती है, तब उसमें नेटवर्क की प्रॉब्लम आने लगती है. ऐसे में यूजर नई सिम लेकर पुरानी को फेंक देता है. अब जरा सोचिए आपको मालूम चल जाए कि सिम में सोना छुपा होता है, तब भी क्या आप ऐसा ही करेंगे? वीडियो में दावा किया गया है कि आप सिम से सोना निकाल सकते हैं.
सिम से सोना निकालने की प्रोसेस में यूज होने वाला मटेरियल :-
मोबाइल सिम (60 ग्राम), गैस बर्नर और फ्राईपैन, पेंट ब्रश और छोटा खलबट्टा, वीकर और लिड (कांच का जार), हैड ग्लब्स, हाइड्रोक्लोरिक एसिड, नाइट्रिक एसिड, स्टेनोअस क्लोराइड, अमोनियम थायोसाइनेट, सोडियम मेटाबाईसल्फाइट, बोरेक्स पाउडर.
ये है प्रोसेस
सिम से गोल्ड बनाने के लिए यूजर को ज्यादा से ज्यादा सिम चाहिए होंगी. ध्यान रखें सिम जितनी ज्यादा होंगी, सोना उतना ज्यादा निकलेगा. रिजेक्ट और डिस्ट्रॉय सिम ऑनलाइन भी खरीदी जा सकती हैं. सबसे पहले भी सिम (60 ग्राम) को एक फ्राईपैन में डालकर तेज आंच पर गर्म करें. इन्हें तब तक गर्म करना है जब तक सिम में लगी प्लास्टिक पूरी तरह जलकर राख न बन जाए. जब सिम पूरी तरह से जल जाएं, तब गैस को बंद करके मटेरियल को ठंडा कर लें
ऐसे निकाला जा सकता है सोना
अब मटेरियल को खलबट्टे में डालकर हल्के हाथ से कूट लें. ऐसा करने से मटेरियल में मोटे तत्व मौजूद नहीं रहते. ब्रश की मदद से फ्राईपैन का पूरा मेटरियल अच्छी तरह साफ कर पूरे मेटरियर को एक बिकर में डाल लें. मटेरियल में 100मिली हाइड्रोक्लोरिक एसिड डाल बिकर को लिड से कवर कर लीजिये. अब इसको एक बर्तन में रखकर धीमी आंच पर गर्म करें.
गर्म होने के दौरान इसमें 1.5ML नाइट्रिक एसिड मिलाएं. बीच-बीच में बिकर को उठाकर हिलाएं ताकि सारा मटेरियल मिक्स ठीक से मिक्स हो जाए. अब 30 मिनट के बाद इसमें 75मिली. हाइड्रोक्लोरिक एसिड और 1.5मिली नाइट्रिक एसिड मिलाएं. इस दौरान बिकर में रिएक्शन होने शुरू हो जाएंगे. अब आंच को धीमी से मिडीयम कर लें और मटेरियल को एक घंटे तक गर्म करें. एक घंटे के बद इसमें 1मिली. नाइट्रिक एसिड मिलाएं जिससे एक बार फिर रिएक्शन होंगे.
अब फिर से इसमें 75मिली हाइड्रोक्लोकिक एसिड और 1.5मिली नाइट्रिक एसिड मिलाएं और पूरे घोल को अच्छी तकह से हिलाएं. इसमें पीला रंग नजर आने लगेगा. 15 मिनट तक गर्म होने के बाद लिक्विड का स्टेनोअस क्लोराइट टेस्ट करें. इसके लिए कागज के छोटे से टुकडे को घोल में डुबाकर उस पर स्टेनोअस डालें. इस टेस्ट में यदि गोल्डन कलर नहीं आता, तब मटेरियल को गर्म करने की प्रोसेस जारी रखें. बीच-बीट में इसका स्टेनोअस क्लोराइड टेस्ट करते रहें.
अब मटेरियल में फिर से 1.5 मिली नाइट्रिक एसिड मिलाएं और आंच को मिडीयम से थोड़ी तेज कर दें. आधे घंटे तक गर्म होने के बाद इसमें 1मिली नाइट्रिक एसिड मिलाएं. अब गैस बंद करके मटेरियल को ठंडा करें. इसके लिए आप आइस क्यूब का भी इस्तेमाल कर सकते हैं. पूरे मटेरियल को दूसरे बिकर में छान लें. अब थोड़े से अमोनियम थोयोसाइनेट में इस घोल की दो बूंद डालें. अगर ये लाल नजर आए तो इसमें आयर मौजूद है.
अब छने हुए घोल को एक बार फिर धीमी आंच पर 6 से 7 घंटे तक गर्म होने दें. इस प्रोसेस के बाद ये घोल 100मिली से भी कम बचेगा. अब इस घोल में 0.5मिली हाइड्रोक्लोरिक एसिड मिलाए. इसके बाद कागज के टुकड़े को घोल में डुबाकर उस पर स्टेनोअस डालें. एक बार फिर इस घोल में 30मिली हाइड्रोक्लोरिक एसिड मिलाएं और 1 घंटे तक गर्म होने दें। 1 घंटे बाद गैस बंद कर घोस को ठंडा करें.
अब घोल में एक टेबल स्पून सोडियम मेटाबाईसल्फाइट डालकर अच्छी तरह मिलाएं. मिलाने के बाद इस घोल को एक पेपर में छान लें. इस पेपर को लोहे की कटोरी में डालकर बोरेक्स पाउडर मिलाएं. अब इसे बर्नर फ्लैम से तब तक हीट करें जब तक मटेरियल खत्म ना हो जाए. मटेरियल खत्म होने के बाद इसमें 0.1 ग्राम का टुकड़ा नजर आएगा, जो गोल्ड है. इसे पानी में डालकर ठंड़ा कर लें.
इस प्रोसेस को 1Kg सिम के साथ किया जाए तो कहीं 1.64 ग्राम गोल्ड निकलेगा. जिसकी कीमत 5000 रुपये के आस-पास होगी